शुक्रवार, 14 अप्रैल 2017

कोई कह गया ...

कोई कुछ कह गया कि बस खुश रहना तुम,
कोई छोड़ गया कि बस अकेले रहना तुम,
क्या जीना लिखा था मेरे जीने या न जीने से,
पहले भी सुनी जग की अब और सुनते रहना तुम।
--सीरवी प्रकाश पंवार

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