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तन्हाई के दिन ही सही मगर तुम मिलो तो कही, झूठी बात ही सही मगर कोई करे तो कही, जनाज़े की बात करते हो इस जमाने में, कोई इश्क बाज माँ सही जनाज़ा निकले तो सही। --सीरवी प्रकाश पंवार
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