शनिवार, 17 जून 2017

एक टुक भी ऐसा कहा .......

एक टुक भी ऐसा कहा कि ज़मी दिल की हिला डाली,
एक पल भी ऐसा गढ़ा कि सोचने की मनाही कर डाली,
आंखिर बातों की सच्चाई क्या वज़ूद रखेंगी मेरे सामने,
पर वज़ह भी ऐसी दी कि ज़मी पैर की हिला डाली।
--सीरवी प्रकाश पंवार
For dear cute

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