शुक्रवार, 22 सितंबर 2017

अब उसके बिना जीना ...................

अब उसके बिना जीना दीये की बाती सा लगता!
और उसके संग जीना बेवजूद अफ़सानों सा लगता!
ऐ ख़ुदा.....
एक तेरी आस, पर तू मुख़बधिर बन सब देख रहा!
ज़न्नत तुम हो पर उसके बिना थोड़ा सुना सा लगता!!
--सीरवी प्रकाश पंवार
@DeAr CuTe
ख़ुदा-माँ

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